मंज़िल है कहीं और उसूल मेरे कम नहीं मंज़िल है कहीं और उसूल मेरे कम नहीं
जीत लेंगे ,कोरोना को हम, दोस्तों ये खुदा तो नहीं है जीत लेंगे ,कोरोना को हम, दोस्तों ये खुदा तो नहीं है
बात मिलने की थी और वो आया नहीं शायद इस बार भी घर में उसे टोका गया था। बात मिलने की थी और वो आया नहीं शायद इस बार भी घर में उसे टोका गया था।
ये जीवन तो आसान नहीं बहुत ठोकरें हैं राहों में, बात कुछ ऐसी है कि गिर पड़े तो, संभ ये जीवन तो आसान नहीं बहुत ठोकरें हैं राहों में, बात कुछ ऐसी है कि गिर प...
इस दौड़ते भागते जिंदगी में हम मूल को भूलते जा रहे है। हमारे अपनों से होती दूरी को संजीदे तरीके से पेश... इस दौड़ते भागते जिंदगी में हम मूल को भूलते जा रहे है। हमारे अपनों से होती दूरी को...
वो लोग पसंद नहीं हमें, जो वादा करके, तोड़ जाते हैं। वो लोग पसंद नहीं हमें, जो वादा करके, तोड़ जाते हैं।